सतनामी समाज को बदनाम करने की षड्यन्त्रकारी राजनीतिक साजिश रची गई - सुजीत घिदौडे
10 जून 2024 को कल हुए बलौदाबाजार में 1 दिवसीय प्रदेशव्यापी धरना प्रदर्शन के बाद हुए हिंसात्मक घटना निंदनीय है। इस घटना में उपद्रवियों और षड्यंत्रकारी लोगो द्वारा भीड़ का दुरुपयोग कर सतनामी समाज को बदनाम करने की सोची समझी साजिश रची गई है ताकि सतनामी समाज को गुनहगार साबित कर बदनाम किया सके।
khabrilal24.com छत्तीसगढ़, बलौदाबाजार । छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार में कल दिनांक 10 जून को सतनामी समाज द्वारा प्रदेश स्तरीय एक दिवसीय महाधरना प्रदर्शन में सतनामी समाज का आक्रोश देखने को मिला । मामला 18 मई 2024 पिछले माह गिरौदपुरी के गुरु अमरदास गुफा में असमाजिक तत्वों द्वारा तोड़ फोड़ कर जैतखाम को काटने के सम्बंध से है, जिस पर पुलिस प्रशासन ने अपराधियो को शिनाख्त कर 3 आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया था।
सतनामी समाज लगातार प्रशासन को पत्रचार और अन्य गतिविधियों के द्वारा उन 3 आरोपी जो मुलतः बिहार के रहने वाले है, आरोपियों को फर्जी बताकर सीबीआई जांच की मांग जर रहे थे प्रशासन और सरकार द्वारा उचित कार्यवाही नही करने पर महा आंदोलन बलौदाबाजार में 10 जून को आयोजित किया गया था जिसमे प्रदेश भर के सतनामी समाज के लोग शामिल हुए।
सूत्रों के अनुसार बलौदाबाजार में हुए प्रदर्शन में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती नही होने की प्रशासनिक चूक सामने आई है , प्रशासन को धरना प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल और सुरक्षा प्रबंध करना था जो कि प्रशासन की ओर से नही हुई थी।
सतनामी समाज को बदनाम करने की साजिश रची गई – सुजीत घिदौड़े
सतनामी समाज के गुरु घासीदास बाबा जी के उपदेश मनखे मनखे एक समान और सत्य ही ईश्वर है के उपदेशो का पालन करने वाले सभ्य समाज है जिसके आस्था के साथ लगातार प्रदेश में प्रहार हो रहे है। समाज अपनी धार्मिक आस्था को चोट पहुंचाने वाले लोगो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग समय समय पर करते आ रहे है और हाल ही में हुए गुरु अमरदास गुफा में तोड़फोड़ को लेकर समाज मे आक्रोश था लेकिन जो बलौदाबाजार में हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण गलत हुआ ऐसी अनहोनी का अंदेशा किसी को नही था। इस घटना के पीछे राजनीतिक और षड्यंत्रकारी लोग होने की अनुमान है जो समाज को बदनाम करने के लिए भीड़ में घुसकर भीड़ का उपयोग अपने स्वार्थसिद्धि के लिए किया है।