(Khabrilal24.com) छत्तीसगढ़ / बस्तर, जगदलपुर भारतीय मानवविज्ञान सर्वेक्षण, उप-क्षेत्रीय केन्द्र, जगदलपुर, बस्तर (छ.ग.) में हिंदी सप्ताह का आयोजन दिनांक 14 से 21 सितंबर, 2023 तक किया गया। इसी तारतम्य में दिनांक 19 सितंबर, 2023 को एक विचार संगोष्ठी का आयोजन कार्यालय के सभाकक्ष में किया गया था।
जिसमें मुख्य अतिथी एवं वक्ता के रूप मे डॉ. चक्रधर प्रधान, सहयोगी प्राध्यापक, हिंदी विभाग, केन्द्रीय विश्वविद्यालय, कोरापुट एवं अन्य वक्ताओं के रूप में डॉ. सुकृता तिर्की, सहयोगी-प्राध्यापक, मानवविज्ञान विभाग, शहीद महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय, जगदलपुर एवं सुश्री दिप्ती ओगरे, शोधकर्ता उपस्थित थे। इस अवसर पर डॉ. पीयूष रंजन साहू, कार्यालय अध्यक्ष द्वारा स्वागत उद्बोधन के साथ ही हिंदी विचार संगोष्ठी प्रारंभ कि गई।
इस अवसर पर मुख्य अतिथी डॉ. चक्रधर प्रधान, सहयोगी-प्राध्यापक ने हिंदी के प्रचार-प्रसार और व्यवहार के संबंध में बताया साथ ही साथ भाषिक संस्कृति के बारे में बताया l उन्होने कहा कि किसी भी भाषा का प्रचार-प्रसार तब होगा जब उसका व्यवहार अधिक होगा एवं कर्म संस्कृति और हिंदी साहित्य के बारे में बताया। डॉ. सुकृता तिर्की ने बस्तर के संस्कृति के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की एवं बस्तर के विभिन्न क्षेत्रों में मनाये जाने वाले तीज-त्योहारों के बारे में एवं उनके सांस्कृतिक महत्व के बारे में बताया और सुश्री दिप्ती ओगरे, शोधकर्ता ने अपने द्वारा निर्मित दो विजुअल डाक्यूमेंटेशन को प्रर्दशित किया जिसमें एक वृत्तचित्र मे बस्तर के मृतक स्तंभ को गाढ़ने की प्रक्रिया एवं दूसरे वृत्तचित्र में बस्तर में निवासरत धुरवा जनजाति मे होने वाले विवाह संस्कार को दिखाया ।
इस विचार संगोष्ठी का संचालन कु. प्रांजली रामटेके, अनुसंधान सहायक के द्वारा किया गया। और इस अवसर पर कार्यालय के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। विचार संगोष्ठी के अंत में उपस्थित सभी अतिथयों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने राष्ट्रगान गाकर विचार संगोष्ठी का समापन किया गया।