Khabrilal24.com बिलासपुर, छत्तीसगढ़ एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय के आह्वाहन पर आज सीएमडी चौक में एनएसयूआई प्रदेश महासचिव अर्पित केशरवानी व प्रदेश सचिव रंजेश सिंह क्षत्रिय के नेतृत्व में प्रदेश में चल रहे जंगल राज के खिलाफ़ छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय व गृहमंत्री विजय शर्मा का पुतला दहन किया।इन्होंने कहा की बेहद दुर्भाग्यजनक है कि आदिवासी मुख्यमंत्री के राज में आदिवासी सुरक्षित नहीं है। बस्तर का आदिवासी अब रायपुर में भी सुरक्षित नहीं है। आदिवासी बच्चे को पीट-पीट कर मार डाला जा रहा है।
बस्तर के लोहंडीगुड़ा में रहने वाला 21 साल का मासूम बच्चा मंगल मुराया का कसूर क्या था? उसने पढ़ाई करने नया रायपुर के एक निजी कॉलेज में एडमिशन लिया था। उसका सिर्फ इतना ही कसूर था कि वह मासूम आदिवासी था। उसने बड़ी मासूमियत से रास्ता पूछा था, लिफ्ट मांगा था उसको सरेआम गाड़ी में बैठा कर ले जाया गया पीट-पीट कर मार डाला गया। हत्यारों ने उसका एटीएम कार्ड छिन लिया पिन मांग रहे थे वह गरीब का बच्चा पिन नहीं बताया तो मार डाला। क्या यही है कानून का राज जहां पर रास्ता पूछने पर एक कॉलेज के छात्र को मार डाला गया।
उस बच्चे के आदिवासी मां-बाप ने अपने बच्चे को पढ़ाने का सपना देखा था। उन्हें क्या पता था छत्तीसगढ़ में कानून का नहीं जंगल राज चल रहा है। उसका बच्चा पढ़ लिख कर अपना कैरियर नहीं बना पायेगा, भाजपा के राज में उसकी लाश घर वापस आयेगी। पुलिस निष्क्रिय और निकम्मी बन गयी है। प्रदेश महासचिव अर्पित केशरवानी ने कहा की 6 माह में छत्तीसगढ़ अपराध का गढ़ बन गया है।
गुंडे, अपराधी, लूटेरे, चोर बेलगाम हो गये है, बलात्कार और हत्यायें आम हो गयी है। इन घटनाओं को रोकने की दिशा में सरकार की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा। लूट, अपराध, डकैती, चाकूबाजी की घटनायें बढ़ गयी। अपराध और अपराधी बेलगाम हो चुके है।
प्रदेश सचिव रंजेश सिंह क्षत्रिय ने कहा…
भाजपा के राज में आम आदमी और आदिवासी अपने को असहाय महसूस कर रहा है। कहने को तो प्रदेश का मुखिया आदिवासी है लेकिन वह आदिवासियों को ही सुरक्षित नहीं रख पा रहा। आदिवासी समाज अपने को ठगा महसूस कर रहा है।इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष लक्की मिश्रा, प्रदेश महासचिव विकास सिंह ठाकुर, प्रदेश सचिव आमीन श्रीवास्तव, प्रखर सिंह ठाकुर,बेलतरा विधानसभा अध्यक्ष विक्की यादव,जिला उपाध्यक्ष गौरव परिहार, पुष्पराज साहू,रिहान रात्रे, प्रदीप सिंह,शान सिंह ठाकुर, करण यादव,आकाश श्रीवास्तव,ओम प्रकाश मानिकपुरी, हितेश धीवर,जित्तू ठाकुर, सुदामा साहू, राजा विश्वकर्मा,रविन्द्र टंडन,विष्णु सिंह,खुशहाल कश्यप,बिट्टू गोस्वामी, बिट्टू पाठक आदि शामिल रहे।