(Khabrilal24.com) दुर्ग, शिवम कुमार देवांगन, अभ्यर्थी ने सचिव और परीक्षा नियंत्रक को पत्र लिखकर मामले की जांच की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई है। बता दें कि यह पत्र सोशल मीडिया में वायरल है, अभ्यर्थी ने इसे सीधे पीएससी को भेजा है। यदि अभ्यर्थी के उक्त दावे सही हैं, तो पीएससी की विश्वसनीयता फिर संदिग्ध हो जाती है।
पीएससी का एक और कारनामा राज्य सेवा परीक्षा 2022 में भी गड़बड़ी सामने आई है, 771.5 अंक वाला बाहर, 770.50 अंक वाले का चयन, यह भी ज्ञात हुआ है कि अंतिम रूप से चयनित उम्मीदवार जिसका रैंक 136 है व प्राप्त पोस्ट सहायक जेल अधीक्षक है, का मुख्य परीक्षा (मेंस) में 770.50 अंक है।
छत्तीसगढ़ राज्य लोक सेवा आयोग (पीएससी) भर्ती परीक्षा में अपने कारनामों को लेकर सुर्खियों में है। अब एक नया मामला फिर सामने आया है, जिसमें राज्य सेवा परीक्षा 2022 के साक्षात्कार में 771.5 अंक वाले अभ्यर्थी को साक्षात्कार में नहीं बुलाया गया है, जबकि 770.50 अंक वाले अभ्यर्थी को साक्षात्कार के लिए बुलाकर उसका सहायक जेल अधीक्षक के रूप में चयन भी हो गया।
शिवम कुमार देवांगन राज्य सेवा परीक्षा के अभ्यर्थी ने गत 20 सितंबर को इस संदर्भ में सचिव और परीक्षा नियंत्रक को पत्र लिखा है और पत्र के साथ संपूर्ण दस्तावेज मुख्य परीक्षा की उत्तरपुस्तिका की छायाप्रति, डिटेल मेरिट लिस्ट, मुख्य परीक्षा 2022 का रिजल्ट, एडमिट कार्ड और चयन सूची भी भेजी है। उक्त अभ्यर्थी ने अपने पत्र में लिखा है कि डिटेल मेरिट लिस्ट के गहन विश्लेषण में यह तथ्य सामने आया है कि ओबीसी साक्षात्कार के लिए चयनित उम्मीदवार के लिखित पेपर (मेंस) में 719.00 अंक है ।