(Khabrilal24.com) बलौदाबाजार- भाटापारा , बलौदा बाजार जिले के पलारी तहसीलदार को संसदीय सचिव के खास समर्थक की गाड़ी पर कार्यवाही करना महंगा पड़ गया। दौरे पर निकले तहसीलदार को अवैध उत्खनन कर रेत भरकर ले जाते हुए गाड़ी दिखी जिसको रोककर उन्होंने रायल्टी पर्ची पूछी पर रॉयल्टी पर्ची नहीं होने पर तहसीलदार ने ट्रक पर कार्रवाई कर दी। कार्रवाई के घंटे भर बाद ही संसदीय सचिव तहसील दफ्तर पहुंच गई और तहसीलदार को अपने समर्थक की गाड़ी पर कार्रवाई करने के लिए जमकर फटकार लगाई। साथ ही उसे दूसरे दिन तक ट्रांसफर करवाने की धमकी भी दी। जिसके 2 घंटे बाद ही तहसीलदार का सिंगल आदेश में ट्रांसफर आर्डर निकल गया।
पलारी तहसीलदार नीलमणि दुबे का कहना है कि कल मैंने दौरे के दौरान अवैध उत्खनन से लोड हुई हाईवा को पकड़ कर उसका पंचनामा बनाया था. जिसके बाद संसदीय सचिव शकुंतला साहू मैडम तहसील दफ्तर आई थी वह काफी गुस्से में थी और मुझ पर कार्यवाही करने पर जमकर भड़की थी। उन्होंने मुझे कहा कि पूर्व में भी आपने मेरे समर्थकों की गाड़ियों पर कार्रवाई की बात कही थी और आज आपने कारवाही भी कर दी। जबकि मैंने उन्हें समझाने की कोशिश करते हुए कहा कि मेरे द्वारा इंटेंशनली कोई कार्यवाही नहीं की गई है। मैं दौरे पर निकला था उस दौरान ही बिना रॉयल्टी पर्ची की गाड़ी देखी इसलिए मैंने कार्यवाही की है। तब संसदीय सचिव मैडम ने मुझे कल तक तबादला करवा देने की चेतावनी दी। जिसके महज 2 घंटे बाद ही सिंगल आदेश निकाल कर मुझे प्रतिनियुक्ति पर भेज दिया गया।
मामले में एक चर्चा और भी है कि तहसीलदार नीलमणि दुबे ने एक मंत्री के साले के द्वारा चलाए जा रहे मलपुरी रेत घाट पर हुए अवैध उत्खनन के खिलाफ कार्यवाही की थी। यहां 8 एकड़ में वैध उत्खनन होना था। पर वैध के अलावा 18 एकड़ में रेत का अवैध उत्खनन भी कर लिया गया। इसके अलावा इस रेत घाट से लगे रायपुर जिले की सीमा में पड़ने वाले आरंग तहसील की चिखली रेत घाट में भी 25 एकड़ में अवैध उत्खनन कर लिया गया था। जिसके बाद कार्यवाही हेतु तहसीलदार नीलमणि दुबे ने कलेक्टर को प्रतिवेदन भेजा था। जिसके बाद से ही तहसीलदार के तबादले की चर्चा चल रही थी। इसी दौरान संसदीय सचिव के समर्थक की गाड़ी पर कार्यवाही ने आग में घी का काम किया और तहसीलदार का सिंगल आदेश में तबादला आदेश निकल गया।