नवा रायपुर में 3 दिन के नौजात शिशु को कैंसर अस्पताल के पास अज्ञात लोगों ने छोड़कर भागें !
विभाग द्वारा ततपरता दिखाते हुए स्थानीय पुलिस और सरपंच श्री सुजीत घिदौडे तथा अस्पताल के चिकित्सकों के सहयोग से नौजात शिशु को बाल कल्याण समाज विभाग को सुपुर्द कर विशेष देखभाल के लिए मेकाहारा अस्पताल के चाईल्ड केयर यूनिट में रखा गया है।
khabrilal24.com नया रायपुर । गुरुवार दिनांक 12/ 09/ 2024 सुबह 4 बजे के आस पास किसी महिला ने अपने नौजात बालक शिशु को जो मात्र 3 दिन का था उसे नया रायपुर बालको कैंसर हॉस्पिटल के गेट के पास लगे नाश्ता सेंटर में काले रंग के स्कार्फ से लिपटे शिशु को छोड़ भाग गए थे , जिसकी जानकारी ड्यूटी में तैनात सुरक्षा कर्मचारी को बालक के रोने से मिली, सुरक्षाकर्मी द्वारा आस पास पता करने और बालको मेडिकल सेंटर में लगे CCTV फुटेज देखने पर कैमरे की नजरों में इस घटना की जानकारी नही मिल पायी।
जिसके बाद अस्पताल के सुरक्षा अधिकारी श्री मुकेश पांडेय ने तत्काल सरपंच श्री सुजीत घिदौड़े को फ़ोन पर उक्त घटना क्रम की विस्तारपूर्वक जानकारी साझा किए। साथ मे राखी थाना और SDM अभनपुर को भी सूचना दी गई। मौके पर सरपंच सुजीत घिदौड़े ने अस्पताल पहुंच कर बच्चे की जानकारी लिया और डॉक्टर की टीम द्वारा बच्चे को केअर यूनिट में देखभाल एवं फीडिंग कराया गया और बाल कल्याण समाज विभाग को सूचना दिया गया ।
विभाग द्वारा ततपरता दिखाते हुए स्थानीय पुलिस और सरपंच श्री सुजीत घिदौडे तथा अस्पताल के चिकित्सकों के सहयोग से नौजात शिशु को बाल कल्याण समाज विभाग को सुपुर्द कर विशेष देखभाल के लिए मेकाहारा अस्पताल के चाईल्ड केयर यूनिट में रखा गया है।
सरपंच श्री सुजीत घिदौडे ने कहा कि इस प्रकार की अमानवीय घटना बेहद शर्मनाक और अपने कोख से जन्म देकर मरने के लिए किसी निर्दोष नौजात शिशु को छोड़ देना निर्दयता और आमानवीय व्यवहार को दर्शाता है। ऐसा कृत्य करने वाले लोगो को डूब मरना चाहिए , अपने कुकृत्यों से इस तरह समाज को दूषित करने वाले लोगो को समाज मे रहने का अधिकार नही है।
पुलिस विभाग को गम्भीरता और अज्ञात लोगों के खिलाफ जांच कर कानूनी कार्यवाही करने को कहा है – सुजीत घिदौड़ें
पुलिस विभाग द्वारा इस घटना की गम्भीरता से जांच करने को कहा है ताकि नौजात शिशु के गुम, या चोरी होंने की किसी घटना से जुड़ा न हो और छानबीन करके बालक के असली माता पिता जो जानबूझकर छोड़कर भागे होंगे ऐसे आपराधिक प्रवृत्ति के लोगो को कानूनी रूप से कड़ी कार्यवाही कर सजा दी सके ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हो पाए।