(Khabrilal24.com) बिलासपुर, घर में घुसकर मारने की धमकी और साम्प्रदायिक हिंसा फैलाने की कोशिश करने वाले कुछ लोगो के खिलाफ (FIR) एफआईआर दर्ज कराने क्षत्रिय समाज पहुँचे सिविल लाइन थाना। बता दे कि कुछ दिन पहले मैग्नेटो मॉल के पास आपसी में दो गुट के बीच लड़ाई हुए थे। जिसमें राजनीतिक लड़ाई को कुछ लोगों में जातिगत लड़ाई बनाकर शहर का माहौल खराब कर रहे हैं। जिसमें सामाजिक रुप से ऐसा कुछ नहीं है। और क्षत्रिय समाज ने अधिक संख्या से आईजी ऑफिस का घेराव किये। और अपनी बात रखते हुए, बोले कि जो राजनीतिक लड़ाई को जातिगत तौर पर मीडिया के द्वारा फैला रहे हैं। और समाज को और भी अधिक रूप से खराब करने की कोशिश करने वाले व्यक्ति पर बड़ी कार्रवाई करने की मांग किया है।
मीडिया के द्वारा पता चला है की दिनांक 2 मई को युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के द्वारा राजनीतिक प्रतिस्पर्धा में आपसी विवाद हुआ था। जिससे क्षत्रिय समाज को किसी प्रकार का लेना-देना नहीं है, लेकिन हमें सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला है कि सिविल लाइन थाने के घेराव के दौरान सतनाम सेना एवं सतनामी समाज के कुछ व्यक्तियों के द्वारा मीडिया में क्षत्रिय समाज ( ठाकुर) का नाम जानबूझकर लिया जा रहा है राजनीतिक लड़ाई को जातिगत एवं परिवारिक करने का प्रयास किया जा रहा है साथ ही बेवजह इस घटना में जिनका कोई संबंध नहीं है उनके भी नाम को फसाने का प्रयास किया जा रहा है जो निंदनीय है। इस प्रकार के कृत्य से जातिगत विद्वेश होने की संभावना है।
सिविल लाइन थाना प्रांगण में दिनांक 03/06/2023 को कुछ राजनीतिक एजेंडा के व्यक्ति ने मिडीया के समक्ष बयान दिया है। जिस बयान का सी.डी. आवेदकों ने उक्त आवेदन में संलग्न किया है। इस बयानों से स्पष्ट प्रतीत होता है कि ठाकुर समाज और सतनामी समाज (अनुसूचित जाति) वर्ग के लोगों के बीच आपसी भाईचारे को खत्म करने का प्रयास किया है। ठाकुर समाज और सतनामी समाज के बीच हिंसा फैलाने का कोशिश किया जा रहा है। आवेदकों को प्राप्त वीडियो में कुछ लोगो के द्वारा कहा गया है कि “हमारे सतनामी समाज का भाई है जिसको ठाकुरों ने मिलकर इस तरीके से मारे है कि अभी उसका स्थिति बहुत ज्यादा गंभीर है। लेकिन ये सोच रहे है कि हमारे पहले पीढ़ी ने जो किया है, लेकिन अब समय बदल चुका है और उनको बता देना चाहते है आपके माध्यम से अगर 307 एस्ट्रोसिटी एक्ट नहीं लगता है तो हम यही काम करेंगे उनके हाथ पैर तोड़ेंगे उनके घर घुसेंगे।
राजनीतिक एजेंडा के कुछ लोगो के उपरोक्त कथन से ठाकुर समाज को गहरा आहत पहुंचा है तथा इस तरह के कथन से साम्प्रदायिक हिंसा फैलाकर हमारे समाज के व्यक्तियों के परिवार को जानमाल का खतरा हो सकता है। साम्प्रदायिक हिंसा फैलाने वाले के खिलाफ वीडियो बाइट को साक्ष्य मानकर तत्काल धारा 154 अंतर्गत आईपीसी धारा 506 ए 505 के तहत एफआईआर दर्ज किया जाए अन्यथा उक्त आवेदन सिविल लाइन थाना को प्राप्त उपरांत ठाकुर समाज और सतनामी समाज के बीच साम्प्रदायिक हिंसा फैलने की स्थिति में समस्त जिम्मेदारी उक्त आवदेन के विवेचक अधिकारी की होगी।